उत्तराखंड में भाजपा के पाँचों उम्मीदवारों ने लाखों के अंतराल से दर्ज की जीत!

देहरादून23 मई 2019 (हि. डिस्कवर)।

जब तक मतगणना शुरू नहीं हो पाई थी तब तक कयासबाजी थी कि टिहरी या फिर अल्मोड़ा में से एक सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है लेकिन अब जब उत्तराखंड में लोकसभा सीटों के चुनाव परिणाम घोषित हो गए हैं और भारतीय जनता पार्टी ने सभी पांचों सीटों पर जबरदस्त अंतराल से जीत दर्ज की है, तब यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश की जनता ने मोदी सरकार पर पूरा विश्वास जताया है।

राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने गुरुवार शाम को चुनाव परिणामों की घोषणा करते हुए बताया कि अल्मोड़ा सीट से भाजपा उम्मीदवार अजय टम्टा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को दो लाख 20 हजार 790 मतों के अंतर से शिकस्त दी। अजय टम्टा 2014 में भी इस सीट से भी जीते थे लेकिन इस बार वह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से भारी अंतर से जीते हैं।

पौड़ी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत विजयी घोषित हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस के मनीष खंडूरी को दो लाख 85 हजार तीन मतों से पराजित किया है। पिछले चुनाव में यह सीट उनके पिता भुवन चन्द्र खंडूरी ने भाजपा के प्रत्याशी के रूप में जीती थी और अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से एक लाख 84 हजार 526 मतों के अंतर से हराया था।

हरिद्वार के भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने भी अपनी सीट को बरकरार रखा है और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के अम्बरीश कुमार को दो लाख 54 हजार, 786 मतों से हराया। वर्ष 2014 में उन्होंने यह सीट एक लाख 77 हजार 822 मतों के अंतर से जीती थी।

नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से भाजपा ने इस बार अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को सर्वाधिक तीन लाख 35 हजार 670 मतों के भारी अंतर से शिकस्त दी है।

उत्तराखंड की पांचों सीटों पर इस बार जीत का यह सर्वाधिक अंतर है। वर्ष 2014 में पूर्व मुख्यमंत्री तथा भाजपा के उम्मीदवार भगत सिंह कोश्यारी ने यह सीट दो लाख 84 हजार 717 मतों के अंतर से जीती थी।

टिहरी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ने जबरदस्त अंतर से जीत हासिल की है और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को दो लाख 93 हजार 267 मतों से शिकस्त दी है। पिछला चुनाव उन्होंने एक लाख, 92 हजार, 503 मतों से जीता था।

इस जीत ने जहाँ एक ओर मोदी के दुबारा प्रधानमंत्री बनने पर मोहर लगाई है वहीँ दूसरी ओर यह जीत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए संजीवनी का काम करेगी और वे निष्कंटक होकर आगे भी मुख्यमंत्री बने रहेंगे ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है! नैनीताल सीट में उत्तराखंड की सभी सीटों से सबसे ज्यादा मतों से विजय प्राप्त करने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने अपने ऊपर लगे इस मिथक को भी झुठला दिया है कि जब भी वे चुनाव जीतकर आते हैं उनकी पार्टी सरकार नहीं बना पाती!

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