उत्तराखंडी ग्रामीण जीवन के प्रति अंग्रेजों का रुझान, सात समुद्र पार से पहुंचा टिहरी के सीमांत गांव।

(मनोज इष्टवाल)


शहर की चकाचौंध से कोसों दूर टिहरी के मदन नेगी की आनन्दा वाटिका में पुर्तगाली महिला ईनेस भारतीय परिधानों में संवर कर ग्रामीण बच्चों को मॉडर्न एजुकेशन के टिप्स दे रही है।
आपको बता दें कि विगत दो बर्ष पूर्व अनिता नौटियाल ने यहां एक ग्रीन स्कूल आनन्दा वाटिका के नाम से शुरू की। अनिता नौटियाल वर्तमान में सारी वैभवताएँ छोड़ एक सन्यासी सा जीवन जीकर ठेठ ग्रामीण अंचल के बच्चों को न सिर्फ पढ़ा रही हैं बल्कि प्रकृति और पर्यवरणीय प्यार के उदगार भी अर्पित कर रही हैं।

वर्तमान में AVVG के इंटरनेशनल वालंटियर सात समंदर पार से टिहरी के मदन नेगी क्षेत्र में इन्हीं के सानिध्य में न सिर्फ वहां के स्थानीय बच्चों को मॉडर्न एजुकेशन की तालीम दे रहे हैं बल्कि पुर्तगाली ईनेस नामक महिला पहाड़ी पकवानों की टिप्स भी ग्रामीणों से ले रही हैं। आई नेस अपने फ्रेंड इटली के डिएगो के साथ न सिर्फ ग्रामीण परिवेश की आवोहवा को जी रही है अपितु उत्तराखंडी परिधानों में अपनी रूचि को खूब बेहतरी से उतार रही है।
ईनेस क्या कहती हैं अनिता व उनके स्कूल के बारे में! सुनिए उन्हीं की जुबानी-
Namaste 🙂 I want to share with you this pic where Anita Nautiyal decided to show me the proper himalayan costume with the sari and the jewelries, it was a fun day and eventhough im portuguese i felt i was looking like a proper indian today..

One thought on “उत्तराखंडी ग्रामीण जीवन के प्रति अंग्रेजों का रुझान, सात समुद्र पार से पहुंचा टिहरी के सीमांत गांव।

  • November 7, 2017 at 12:58 am
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    Thanks ! That’s wonderful

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