उक्कु महल के अधिपति थे गोल्जू देवता के पूर्वज़ ! इसी महल में जन्मे थे गोल्जू देवता ! यहां उन्हे हुनैनाथ के नाम के नाम से जाना जाता है !

उक्कु महल के अधिपति थे गोल्जू देवता के पूर्वज़ ! इसी महल में जन्मे थे गोल्जू देवता ! यहां उन्हे हुनैनाथ के नाम के नाम से जाना जाता है !

(मनोज इष्टवाल)
पश्चिमी नेपाल के महाकाली आँचल के ज़िला दार्चुला के गौरी नदी व काली नदी जोकि जौलजीवि भारत में एक् दूसरे से मिलती है के मध्य स्थित नेपाल राष्ट्र की उक्कु गा.वि.स. के महल में गोरिल देवता के दादा हलराई झलराई के वंशजो का किला है ज़िसके पाषानों में खुदी भाषा आज तक कोई नहीं पढ़ पाया है !
मैं अपने को सौभाग्यशाली मानता हूँ कि एक बर्ष के कठोर शोध के पश्चात मैं गोलजू देवता का जन्म स्थान ढूँढ़ने में सफल हुआ ! आखिर लोक जागरों ने मुझे उस महल तक पहूँचा दिया !

(फाइल फोटो)
हुंनैनाथ के नाम से हुनै गाँव में इनका मन्दिर है ज़हां इनका हिन्डोला है ! कहा जाता है कि झूला घाट के पास रतवाडा व नेपाल के ज़िला बैतड़ी के सेरा ग वि स के पास आज भी उनका वह बक्सा काली नदी में दिखाई देता है ज़िसमें बन्द करके उन्हे बहाया गया था और वह वहीं अटक गया था . सेरा में महाकाली नदी के बीच में आज भी वह एक पत्थर के रूप में विराजमान है ! कहते हैं काली नदी में कितनी भी बाढ़ क्यूँ न आ जाये वह पत्थर ढूबता नहीं है ! भारत के तालेश्वर नामक स्थान के पास यह स्थान माना गया है .
नेपाल में हुंनै नाथ के नाम से प्रसिध गोलजू देवता धामी.अवस्थी इत्यादी कई जातियो के कुल देवता हैं ! वहीं उक्कु महल के रजवार इन्हीं के वंशजो में गिने ज़ाते हैं ज़िन्हे पाल भी कहा जाता है ” वहीँ नेपाल राष्ट्र निर्माण होने के बाद वहां के प्रथम प्रमाणिक राजा मानदेव हुए. जिन्होंने अपने नाम का सिक्का प्रचलित किया था. नेपाल नाम से पूर्व इसे गोरखा कहा जाता था जिसे गुरु गोरखनाथ के नाथ सम्प्रदाय द्वारा चलाया गया. कहा तो यह भी जाता है कि यहाँ के नाथ सम्प्रदाय द्वारा भारत के जोशीमठ में दीक्षा ली गयी थी !

4 thoughts on “उक्कु महल के अधिपति थे गोल्जू देवता के पूर्वज़ ! इसी महल में जन्मे थे गोल्जू देवता ! यहां उन्हे हुनैनाथ के नाम के नाम से जाना जाता है !

  • June 3, 2017 at 8:45 am
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    Goludev kee jeevan gatha per Sampoorna Novel -Sanyasi-yodha Goludev.www.sanyasiyodha

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  • January 14, 2019 at 5:47 am
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    गोलू देवता से संबंधित मंदिर नैनीताल जिले के ग्राम पोरसा में भी है यह मंदिर में प्रत्यक्ष चमत्कारिक देवता है जो आज से कुछ समय पहले तक लोगों को प्रत्यक्ष अनुभूति कराते थे और यह भी गोरी लिया ग्वेल देवता से ही संबंधित है। यह स्थान नैनीताल जिला के ग्राम भौर्सा में है।

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