इंटर कालेज नागथात के छात्र – छात्राओं ने शैक्षिक भ्रमण में जाना ज्ञान विज्ञान!

देहरादून 19 नवम्बर 2017 (हि. डिस्कवर)
अपने व्यक्तिगत प्रयासों और संसाधनों से एक शासकीय स्कूल अगर ऐसा कारनामा कर सकता है जिस से छात्र-छात्राओं का मनोबल सातवें आसमान में हो तो सचमुच यह बेहद शानदार पहल है! ऐसा हि कुछ विगत दिवस राजकीय  आदर्श इन्टर कालेज नागथात, जौनसार  के छात्र-छात्राओं के लिए वहां के स्कूल मैनेजमेंट व अध्यापकों ने प्रयास किया है! शैक्षिक भ्रमण पर आये ये छात्र छात्राएं  ओ एन जी सी देहरादून के संग्रहालय में पहुंचे है ।जहाँ उन्होंने ज्ञान विज्ञान के विभिन्न आयामों को बेहद करीब से देखा ही नहीं बल्कि उसे जिया भी है. उन्हें वहां के प्रशासकीय तंत्र ने विभिन्न विधाओं पर ओ.एन.जी.सी के कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह समुन्द्र में ओएनजीसी सागर मंथन कर गैस व आयल ढूंढ निकालती है.

राजकीय इंटर कालेज नागथात के प्रबन्धक इंद्र सिंह नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके साथ स्कूल के प्रधानाचार्य आर बी सिंह जी,  गिरीश चन्द्र उनियाल (प्रवक्ता अंग्रेजी), दिनेश चौहान (प्रवक्ता रसायन), ब्रिजेश (स.अ .), श्रीमती सुचेतना (स.अ), श्रीमती सुमन बहुखण्डी (स.अ) व श्री खजान सिंह सहित छात्र-छात्राएं छात्र-छात्राओं में कनिष्क नेगी, अभिषेक चौहान, नवीन चौहान, अंशुल राठौर, राहुल चौहान, रूचि, अंजलि, परिधि, वनिता, सुचिता , अमिषा सहित 38 प्रतिभाग कर रहें है ।

इंद्र सिंह नेगी ने कहा कि यूँ तो वे अपने स्कूल को पढ़ाई व अन्य कई मामलों में अबल मानते हैं लेकिन इस बार हमने निर्णय लिया कि क्यों न हम प्र्तिबर्ष छात्र-छात्राओं के ज्ञानबर्द्धन व सेल्फ कांफिडेंस के लिए ऐसे भ्रमण करवाएं जो एक कार्य संस्कृति का परिचायक हों व छात्र-छात्राओं में अपने भविष्य के सुनहरे सपने देखने की ललक पैदा हो! उनका मानना है कि हम हर बार अगर सरकार के फंड और सरकार का ही मुंह ताकते रहें तो ये भी अच्छा नहीं है. जैसे हम आदर्श समाज की कल्पना करते हैं वह आदर्श समाज तभी विकसित होगा जब हम उसमें मेहनत से गुणों का पानी सींचेंगे! उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने निर्णय लिया कि छटी छमाई ऐसे शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम बनाए जाएँ ताकि छात्रों में किताबी ज्ञान के अलावा बाहरी ज्ञान का भी विकास हो और उन्हें खुले आँखों से सपने देखने आयें.

छात्र कनिष्क अभिषेक का कहना है कि यह सचमुच बेहद रोचक और लाभप्रद टूर है इस से हमें अंदरूनी शक्ति मिली है और मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा का संचार हुआ है. वहीँ रूचि अमीषा अंजली का कहना है कि यूँ तो हम देहरादून कभी न कभी किसी कार्यवश आ ही जाते लेकिन इस तरह आना सपने साकार होना जैसे है. कई ऐसी चीजें देखने व समझने को मिली जिन्हें कभी देखा ही नहीं था. अंशुल राहुल व नवीन कहते हैं कि इस तरह पूरे स्कूल के ग्रुप के साथ शैक्षिक भ्रमण का आनंद ही लग है.

हमें यह दिखाना भी था कि हमारी विल पावर क्या है हम क्या सोचते हैं. हम सब बेहद अनुशासित ढंग से ओएनजीसी के संग्राहलय का भ्रमण कर रहे हैं व कई चीजें सीख व समझ रहे हैं. बनिता, परिधी व सुचिता भी बेहद खुश नजर आई. इनका कहना था कि ऐसे भ्रमण कार्यक्रम होने चाहिए क्योंकि जब बाहर के बड़ी स्कूलों के बच्चे यहाँ भ्रमण पर दिखाई देते हैं तब मन में यह जिज्ञासा होती ही है कि काश हम भी शैक्षिक भ्रमण पर जाकर महसूस कर पाते कि हम कहाँ है और किस तरह वर्तमान की सामाजिक आर्थिक राजनैतिक गतिविधियाँ हैं. सभी छात्र – छात्राओं ने मैनेजमेंट का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे खुशनसीब हैं कि उनका राजकीय इंटर कालेज इस तरह शैक्षिक भ्रमण करवाकर हमारा मनोबल बढ़ा रहा है.

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