आराकोट क्षेत्र में भयंकर बाढ़ ने मचाई तबाही। जिलाधिकारी ने देहरादून, हिमाचल व सेना से मांगी मदद।

आराकोट (उत्तरकाशी)18 अगस्त 2019 (हि. डिस्कवर)

*कई गाड़ियां बही..दो के मारे जाने की खबर। सड़क मार्ग बहा।

उत्तराखण्ड का हिमाचल से लगा अंतिम छोर व उत्तरकाशी जिले का सीमांत क्षेत्र आराकोट से त्यूणी तक भयंकर बाढ़ की चपेट में है। बंगाण पट्टी के कोठी गाड़ व सहायक नदियां अपने पूरे उफान के साथ में विकराल रूप में बह रही हैं, जिनके रौद्र रूप को देखकर सभी क्षेत्रवासी डरे सहमे हैं।

फोटो-डॉ. ए एस चौहान

अतिवृष्टि के कारण न सिर्फ आराकोट क्षेत्र की कोठीगाड (नदी) बल्कि टोंस नदी भी विकराल रूप में बह रही है जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आराकोट से त्यूणी तक नदी किनारे के बाजार व गांव घरों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने ऐतिहातन के तौर पर चिवां, टिकोची,मोल्डी आदि गावों को खाली करवा दिया गया है। इसके साथ ही माकुड़ी गाँव में बादल फटने की भी खबर मिल रही है। नदी के तेज़ बहाव में दुचानू मोटर पुल भी बह गया है जिससे न सिर्फ गाड़ियों के पहिये जाम हो गए हैं बल्कि उत्तराखण्ड की सेब बेल्ट के रूप में मशहूर इस क्षेत्र के किसानों के करोड़ो की लागत के सेबों से भरे ट्रक भी फंस गए हैं जो देहरादून सहारनपुर व दिल्ली मंडी में लाये जाने के लिए तैयार थे।

टिकोची में बाढ़ की स्थिति।

वहीँ इंटर कॉलेज टिकोची बाढ़ के उफान से कोठीगाड नदी में समा गया है। इस नदी में बहुत सारे वाहन भी उफान में बह गए। फिलहाल लोग जंगल में एक ऊंचे स्थान पर एकत्रित होकर बारिश के रुकने का इंतज़ार कर रहे हैं।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जानमाल के रूप में दो लोगों के नदी के बहाव में बहकर लापता होने की खबर है जिसमें एक बच्ची शामिल है। बहरहाल अभी इस बात की जिला प्रशासन से पुष्टि नहीं हो पाई है। ज्ञात हो कि वर्तमान में एसडीएम पुरोला का पद रिक्त पड़ा है जिसका चार्ज एसडीएम बड़कोट के पास है लेकिन उनसे भी सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य के लिए हिमाचल एवं देहरादून से सहायता जरूर मांगी है लेकिन जिला प्रशासन अभी तक घटना स्थलों में मौजूद हो ऐसा अनुमान लगाना जरा कठिन है।

त्यूणी आराकोट के बीच का मंजर

आपदा प्रबंधन के लिए पुलिस सहायता का लैंड लाइन फोन नम्बर 01375-224241 पर घण्टी नहीं जा रही है। जिलाधिकारी उत्तरकाशी आशीष चौहान से हुई दूरभाष पर बातचीत में उन्होंने जानकारी दी है कि त्यूणी आराकोट के बीच लगभग एक किमी. रेंज की सड़क बह जाने से जिला प्रशासन की टीमें वहां फंसी हुई हैं जबकि विगत कई घण्टों से वे देहरादून व हिमाचल व सेना से राहत एवं बचाव के लिए सम्पर्क बनाये हुए हैं लेकिन लगातार हो रही बरसात के कारण राहत के लिए हवाई मार्ग सुलभ नहीं हो पा रहा है।

एसपी उत्तरकाशी पंकज भट्ट ने जानकारी देते हुए कहा है कि क्षेत्रीय आपदा से निबटने के लिए उनकी टीम एस ओ के नेतृत्व में आराकोट पहुँच गयी है। जहां उन्होंने आपदा प्रभावित लोगों को इंटर कालेज आराकोट के भवन में रखा हुआ है। जिला प्रशासन की टीम भी वहां पहुंचने का हर सम्भव प्रयास कर रही है। एसडीआरएफ टीम के पहुंचने से ग्रामीण सहयोग के साथ पूरे हालातों से निबटा जाएगा। उन्होंने जानमाल की बात पर कहा है कि अभी किसी के मरने या गायब होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है यदि ऐसा कुछ हुआ तो जानकारी दे दी जाएगी।

बहरहाल शासन प्रशासन के साथ क्षेत्रीय ग्रामीण भी प्रकृति की इस विस्फोटक स्थिति पर विगत रात्रि से ही नजर गढ़ाए बैठी है व सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों पर जुट गए हैं। सूत्रों का कहना है कि बाढ़ में कई गाड़ियों के बहने का भी अनुमान है व पशु-मनुष्य जानमाल के नुकसान से भी इंकार नहीं किया जा सकता। वहीं त्यूणी क्षेत्र में भी टोंस खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पानी नदी तट क्षेत्र की दुकानों की बुनियादों तक बढ़ ग़या है। अभी भी ऊपरी इलाकों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है जिस से नदियों का जल स्तर और बढ़ने की भी संभावना बनी हुई है।

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