आपदा राहत के लिए खंड विकास अधिकारी श्रुति वत्स ने जमा की 01 लाख 31 हजार की धनराशि!
(मनोज इष्टवाल)
मोरी तहसील के आराकोट क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आयी अतिवृष्टि से हुये जानमाल के नुकसान को लेकर चिन्यालीसौड़ की खण्ड विकास अधिकारी श्रुति वत्स ने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से तथा सहयोगी मित्रों से 1लाख 31 हजार की धन राशि एकत्रित कर आज उन्होनें जिलाधिकारी को यह धन राशि उनके कार्यालय में आराकोट राहत में सहयोग के तौर पर दी ।

उत्तराखंड के पर्यावरण संरक्षण के लिए दिलोजान से अपने स्तर पर कार्य कर रही इस खंड विकास अधिकारी की सर्विस अभी मात्र एक साल आठ माह की हुई है! 2012 की पीसीएस श्रुति वत्स को बतौर खंड विकास अधिकारी विगत जनवरी 2018 में पहली पोस्टिंग चिन्यालीसौड (उत्तरकाशी) में मिली! जल जंगल जमीन के महत्व को समझाती इस अधिकारी ने अपने विकास खंड में कई वृक्षारोपण किये व जल, जंगल, जमीन के महत्व को संदर्भित करते हुए ग्रामीण जनमानस में इसके प्रति चेतना पैदा की है! बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान में भी बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाने वाली इस अधिकारी द्वारा 25 हजार रूपये की धनराशि से एक कोष बनाया जिससे वह निर्धनवर्ग की छात्राओं की पढ़ाई के लिए उन्हें सहायता प्रदान कर रही हैं! स्नातक की पढाई के बाद बीएड व फिर ग्रामीण बैंक लक्सर में कार्य करने के पश्चात श्रुति वत्स ने पीसीएस की परीक्षा पास की और प्रथम पोस्टिंग खंड विकास अधिकारी के रूप में अर्जित की! आने वाले समय में आप एसडीएम/सीडीओ बनकर इस प्रदेश को सेवा देंगी और उम्मीद की जा सकती है कि आप अपना नाम प्रदेश के उन नामी अफसरों में दर्ज करेंगी जिन्हें यहाँ का आम नागरिक उनके कार्य व्यवहार से जानता है!
जिलाधिकारी डा0 आशीष चौहान ने कहा कि जहां ऐसे उर्जावान खण्ड विकास अधिकारी हो व अपनी जिम्मेदारियों के साथ- साथ अपने कर्तव्यों का निर्वाहन सही तरीके से कर रहे है तरक्कीयां उन्हें आगे बढ़ाने का हौसला देती है । वहीं मोरी तहसील के आराकोट क्षेत्र के विभिन्न गांवों में जिला प्रशासन द्वारा राहत सामाग्री भी नियमित रूप से प्रतिदिन पंहुचायी जा रही है तथा सड़क मार्गों व पैदलों को सुचारू करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है ।
आराकोट क्षेत्र के विभिन्न गांवों में चल रहे निर्माण कार्य व राहत कार्यों पर विशेष तौर जिलाधिकारी पैनी नजर बनाये है ताकि राहत कार्यों में किसी भी तरह की कोई लापरवाही न हो सके । उन्होनें वहां मौजूद सभी नोडल अधिकारियों को निर्माण सम्बन्धी कार्यों तथा राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये ।