आदिवासी लड़की ने दहेज मांगने पर दरवाजे से लौटाई बारात
आदिवासी लड़की ने दहेज मांगने पर दरवाजे से लौटाई बारात

मंडला : आदिवासी समाज में दहेज की कुप्रथा बिरले ही देखने को मिलती है, लेकिन मध्य प्रदेश के मंडला जिले में इसी कुप्रथा के चलते एक बारात दुल्हन को लिए बिना ही वापस लौट गई.
दरअसल, मामला बीजाडांडी थाना क्षेत्र के कुकरी गांव का है, जहां शनिवार रात चरगांवकला से बारात कुकरी पहुंची और बारात की अगवानी के बाद दूल्हे ने अचानक ही दुल्हन के पिता से एक लाख रुपए और कार की मांग कर दी.
दुल्हन के पिता ने दूल्हे को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन दहेज लोभी दूल्हा और उसके परिजन नाराज हो गए और बारात वापस ले जाने की धमकी देने लगे. इसी बीच दुल्हन भी वहां पहुंच गई और दूल्हे और उसके घरवालों से साफ-साफ कह दिया कि एक फूटी कौड़ी नहीं मिलेगी और अभी बारात वापस ले जाओ.
जानकारी के अनुसार, मनेरी के पास ग्राम चरगांवकला के भगत सिंह मरकाम के बेटे अशोक मरकाम की शादी कुकरी गांव के महासिंह मरावी की बेटी चंदा मरावी के साथ तय हुई थी और शनिवार को बारात कुकरी पहुंची थी.
एक लाख नकद और कार की मांग
वधु पक्ष के लोगों ने पूरे रीति-रिवाज के साथ वर पक्ष का आदर-सत्कार किया और बारात जब घर पहुंची तो द्वारचार की रस्म के दौरान दूल्हा अशोक कुमार मरकाम और पिता भगत सिंह मरकाम एक लाख नकद और कार की मांग करने लगे.
इस पर लड़की के पिता महासिंह ने हाथ जोड़कर विनती करते हुए तत्काल में पैसों और कार की व्यवस्था न होने की बात कही. इस पर वर पक्ष के सभी लोग नाराज हो गए और बारात वापस ले जाने की धमकी देने लगे.
मामला बढ़ता देख वधु पक्ष के लोगों और गांव के बुजुर्गों ने दूल्हे और उसके पिता को समझाने की कोशिश की, कि अभी विवाह कार्यक्रम पूरा होने दें बाद में बैठकर इस बारे में बात कर लेंगे, लेकिन वे अपनी जिद पर अड़े रहे और परिवार के लोगों को अपशब्द कहते हुए बारात वापस ले जाने की धमकी देने लगे.
तभी घर से दुल्हन बाहर निकली और दहेज के लोभियों को आइना दिखते हुए शादी के इनकार कर दिया और बारात वापस लौटा दी.