आज हग डे है क्या। साल में एक ही दिन हगते हो क्या।

आज हग डे है क्या। साल में एक ही दिन हगते हो क्या।
(मनोज इष्टवाल)
सचमुच ऐसा बिरला तो पहाड़ी ही हो सकता है जो भारतीय सभ्यता में हुई विदेशी घूस पैठ का इस तरह मुंहतोड़ जबाब दे सकता है। अपनी व्यंग्य भाषाई अभिनय में इन दो कलाकारों ने जिस तरह जवान पढ़े लिखे सभ्यों को आइना दिखाने की कोशिश की है उस से साफ जाहिर होता है कि इन्होंने इन बेवजह के घुसपैठिया त्यौहारों की भारतीय संस्कृति में घालमेल पर यह संदेश देने की कोशिश की है कि अभी भी वक्त है सम्भल जाइये।
Being Uttrakhandi नाम से सोशल साइट पर यह vedio वायरल हुआ तो देखने वालों की हंसी रुके नहीं रुकी। यह लड़की जिस तरह से अपने अभिनय में इन अंग्रेजी त्यौहारों की खिल्ली अपने गढ़वाली टोंन में उड़ा रही है वह लाजबाब है।
वह कहती सुनाई देगी है:-
वैलेंटाइन डे – क्या बल।

रोज डे पर वह कहती सुनाई देती है कि रोज डे..! वो छोड़ पहले ये बता ये फूल कहाँ से तोड़े तूने। हमारी क्यारी से न? मम्मी ने कितने प्यार से लगाये थे बल, कमर तोड़ देना था तेरा वहां…छि: ।

प्रपोज डे – प्रपोच डे बल। ऐसे कौन करता है बल प्रपोज। न मम्मी न पापा ! अफ्वी फुंडया नाथ बने हो।
चॉकलेट डे- चॉकलेट डे बल। मेरो को किसने दी होगी बल चॉकलेट। हेलो- तुमने भिजवाई बल चॉकलेट। क्यों भिजवाई बल! मैं कहाँ खाती हूँ बल चॉकलेट! मेरे को तो धनाई जी की बाल मिठाई पसन्द है।
डॉल डे– ये क्या है बल भालू। नकली भालू भी देता है कोई! असली भालू देखने हैं तो हमारे खेतों में आ जाओ बल।
प्रॉमिस् डे – ये क्या हुआ बल । ये कोई मंजन है बल। तुम्हारे भी चोंचले।

हग डे– हग डे बल! छि: भैय्य । शर्म नहीं आती तुमको। कैसी बात करते हो तुम! साल में एक ही दिन हगते हो बल ! जो एक ही दिन हग रहे हो। हगने के लिए भी बल दिन चाहिए इनको।

किश डे– किश डे …माँss जी, कन कमर टुटी ये माच दौ। अरे थोड़ी शरम है आपको कि नहीं है बल। जो कुछ भी बोल रहे हो। मैं कुछ नहीं बोलती बल तुम कुछ भी बोलेंगे मेरे सामने। कपाळ फोड़ देना है मैंने तुम्हारा। मेरे सामने मत आना आज से। बात मत करना मुझसे । माँ बहनें नहीं घर में जो कुछ भी बोल रहे हो। येल त शर्म लाज भी बेची खयाल भैय्य। हद ह्वेग्ये यत।

वैलेंटाइन डे- अबे राम । हमारी नहीं है इस बार। आबजा है हमारा । मेरी फुफु जी के दादाजी का श्राद्ध है बल इस साल। अबे राम दा।
आप भी देखिए:-

2 thoughts on “आज हग डे है क्या। साल में एक ही दिन हगते हो क्या।

  • February 13, 2018 at 5:37 am
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    Thank u so much for this article..

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    • February 13, 2018 at 6:24 am
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      शुक्रिया जी…आप अच्छी पटकथा के साथ अच्छे सब्जेक्ट उठा रही हैं.

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