आगामी बर्ष की कांवड़ यात्रा के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र!
सेवा में,
माननीय मुख्यमंत्री
उत्तराखंड सरकार,
देहरादून (उत्तराखंड)
बिषय: आगामी बर्ष में कांवड़ यात्रियों के रजिस्ट्रेशन व आंतरिक सुरक्षा के सम्बन्ध में:-
महोदय,
जैसा कि आपको ज्ञात हि होगा कि इस बार कांवड़ ने पिछले समस्त रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए हरिद्वार गंगा तट में विगत 10 दिनों में लगभग 3.50 करोड़ की उपस्थिति दर्ज करवाई जिन्हें कंट्रोल करने के लिए पुलिस व अर्ध सैनिक बलों को भारी मशक्कत करनी पड़ी और कांवड़ को बेहद सफल ढंग से संचालित किया इसके लिए पूरी सरकार व बिशेषकर पुलिस व अर्धसैनिक बलों को तमाम देश की जनता की ओर से शुभकामनाये.
लेकिन सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि क्या आगामी बर्ष में भी यह सैलाव इसी तरह कंट्रोल हो पायेगा ? क्योंकि देश भर दूषित राजनीति फैलाने वाले राजनीतिक माहौल व आतंकियों के मंसूबे हमेशा इस यात्रा को विफल करने की ताक पर लगे रहते होंगे. ऐसे में इस समस्या के समाधान के लिए मेरा व्यक्तिगत सुझाव है कि क्यों न प्रदेश सरकार कांवड़ यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की प्रणाली अपनाए और प्रदेश की सीमा पर घुसते ही हर कांवडिये के आधार कार्ड के आधार पर उससे रूपये 100/- का शुल्क भी वसूले ताकि प्रदेश का रेवन्यू भी बढे और यदि किसी दुर्घटना में कोई कांवड़ हताहत होता है तो उसका बीमा भी इसी राशि के आधार पर तय किया जाय.
यह प्रणाली अपनाने से जहाँ प्रदेश की सबसे बड़ी आतंकी घटना जैसी चिंता कम होगी वहीँ ट्रिपल राइडिंग कांवड़ भी सीमा पर ही पकड़ में आ जाएगा. इस बार 9 राज्यों से कांवड़ आये थे आगामी बर्ष इसकी गिनती घटने की जगह बढ़ेगी ही यह तय है! ऐसे में प्रदेश सरकार को अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री या मुख्य सचिव/ गृह सचिव स्तर पर पूर्व में ही बात कर सामंजस्य बिठाकर उत्तराखंड में कांवड़ प्रवेश की शर्तें बता/जता देनी चाहिए ताकि बेवजह सीमा में दाखिल होने वाला कांवड़ भी परेशान न हो.
अत: आपसे अनुरोध है कि अग्रिम बर्ष इस यात्रा से इन मुद्दों पर भी गौर फरमाने का कष्ट करें ताकि यह यात्रा निष्कंटक चले व प्रदेश के राजस्व में भी वृद्धि हो सके.
धन्यवाद
भवदीय
(मनोज इष्टवाल)
ब्यूरो चीफ टीवी लाइव