अरुणाचल प्रदेश की छह जगहों के नाम बदले!

अरुणाचल प्रदेश की छह जगहों के नाम बदले!
बीजिंग। दलाई लामा जब अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर जाने वाले थे और जब वह यहां का दौरा कर रहे थे, उस समय चीन का पारा सांतवें आसमान पर था। अब जबकि उनका दौरा पूरा हो चुका दलाई लामा ने भारत से बदला लेने के लिए एक चाल चल दी है। गुस्‍साए चीन ने 14वें दलाई लामा के अरुणाचल दौरे के बाद यहां क‍ी छह जगहों के नाम बदल दिए हैं।

चीन के आधिकारिक नक्‍शे पर अब पूरे अरुणाचल प्रदेश पर ही उसका दावा नजर आता हे। चीन की मीडिया की ओर से कहा गया है कि इन नामों को इसलिए बदला गया है ताकि भारत को इस क्षेत्र की ‘संप्रभुता’ के बारे में बताया जा सके। आपको बता दें कि दलाई लामा के अरुणाचल दौरे के समय चीन की मीडिया की ओर से भारत को इस यात्रा की परिस्थितियों को लेकर चेतावनियां जारी की गई थीं। चीन की मीडिया की ओर से मंगलवार को जो रिपोर्ट आई है उसमें कहा गया है, ‘चीन ने दक्षिण तिब्‍बत की छह जगहों के नाम मानकीकृत कर दिए, वह क्षेत्र जो चीन की सीमा में आता है लेकिन जिन पर भारत का नियंत्रण है।’ चीन, अरुणाचल प्रदेश के एक बड़े हिस्‍से को दक्षिण तिब्‍बत बताता है जिसका तिब्‍बत के बौद्ध अनुयायियों से गहरा नाता है। साथ ही वह धर्मशाला में निर्वासित जीवन बिता रहे दलाई लामा को एक अलगाववादी नेता बताता है जो तिब्‍‍बत को चीन से आजादी दिलाने की मुहिम छेड़े हुए हैं।
चीन का आधिकारिक नक्‍शा अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्‍बत के तौर पर दिखाता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने जिन छह जगहों के नाम आधिकारिक तौर पर तय किए हैं वे कुछ इस तरह से हैं- वो ग्‍याइनलिंग, मिला राई, क्‍याडेनगारबो राई, मेनक्‍यूआ, बूमो ला और नामकापब राई। आधिकारिक नक्‍शे यह बदलाव 13 अप्रैल से ही लागू कर दिए हैं यानी वह दिन जब दलाई लामा ने अरुणाचल प्रदेश का अपना नौ दिवसीय दौरा खत्‍म किया था। नामों में बदलाव साफ करता है कि चीन अब अरुणाचल प्रदेश खासकर तवांग पर अब अपना रुख और कठोर करने वाला है। चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय की ओर से 13 अप्रैल को इसकी वेबसाइट पर यह ऐलान किया गया था। वेबसाइट पर छह जगहों के नाम चीनी, तिब्‍बती और रोमन अक्षरों में लिखे हैं। वेबसाइट पर लिखा है, ‘यह दक्षिण तिब्‍बत की उन छह जगहों के नाम हैं जिन्‍हें भारत, अरुणाचल प्रदेश कहता है।’

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