अनूठी पहल….नैनीडांडा के पटेलिया फ़ार्म में 10 हजार रूटस्टॉक सेव के पौधों की नर्सरी!

(मनोज इष्टवाल)

कर्मशीलता व लग्न के साथ कोई काम किया जा रहा हो तो वह कागजों की जगह जमीन पर दिखाई देने लगता है! जिले का मुखिया चाहे तो अपनी कार्यशैली से जिले के विकास की नयी कहानी लिख सकता है! पौड़ी जनपद के जिलाधिकारी धिराज गर्ब्याल भी कुछ ऐसे ही दिव्यस्वप्नों का रोपण कर रहे हैं ताकि गाँव बसें पलायन घटे और बंजर धरती पर फिर अंकुर फूटें! भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था में उनके जिले का हर गाँव हर किसान सरसब्ज हो!

कृषि उद्यान मंत्री, मुख्यमंत्री व उनकी जुगलबंदी में पौड़ी जनपद ने मात्र दो तीन बर्षों के दौरान जो योजनायें बनाई थी वह कागजों में नहीं बल्कि धरातल पर उतरनी शुरू हो गयी हैं! उन्हीं योजनाओं में एक पौड़ी जनपद का सीमान्त विकास खंड नैनीडांडा है जिसकी कुछ सीमाएं कुमाऊं मंडल को छूती हैं! यहीं निष्क्रिय पड़े पटेलिया फ़ार्म को उपयोग में लाकर वहां सेब की नर्सरी विकसित की जा रही है! इस अनूठे कार्य को बेहद मनोयोग के साथ कार्यप्रणति देने के लिए जिलाधिकारी धिराज गर्ब्याल द्वारा कृषि बिशेषज्ञों की सलाह से हिमाचल से उद्यान एक्सपर्ट बुलवाए गए हैं!

जिलाधिकारी पौड़ी के अनुसार पौड़ी जनपद में हॉर्टिकल्चर की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए तथा यहाँ के किसानों को उन्नत क़िस्म के सेव के पौधे सस्ते दामों में उपलब्ध कराने के लिए नैनिड़ाडा ब्लॉक में कई वर्षों से निष्क्रिय पड़े पटेलिया फार्म में MM सीरीज़ की लगभग 10000 रूट्स्टाक क्षमता के सेव के पौधों की नर्सरी विकसित की जा रही है ! नर्सरी के विकास के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं यथा लैंड्स्केपिंग के पश्चात मृदा परीक्षण, पानी की व्यवस्था, फ़ार्मयार्ड मन्यूर/वेरमिकोंपोस्ट, सोलर फ़ेन्सिंग का क़ार्य पूर्ण कर लिया गया है!

उन्होंने जानकारी साझा करते हुए कहा है कि उत्तराखंड में उद्यान विभाग में विशेषज्ञों की कमी है इसलिए इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हिमाचल के विशेषज्ञों की सहायता ली जा रही है जो नर्सरी के विकास में अपना सहयोग तो देंगे, साथ ही वर्ष में समय समय पर जनपद के किसानों को मौक़े पर ही आवश्यक जानकारी देने के अतिरिक्त उनकी समस्या का समाधान भी करेंगे! हिमाचल के विशेषज्ञों की यह टीम दिसम्बर माह के अंतिम सप्ताह से जनपद के भ्रमण पर होंगी! विश्वास है कि हम इस कार्य में सफल होंगे एवं भविष्य में अपने जनपद के किसानों को उन्नत क़िस्म के पौंधे उपलब्ध कराने में सफल होंगे और जनपद की यह नर्सरी प्रदेश में एक मॉडल नर्सरी का रूप लेगी!

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