अनिल बलूनी के प्रयास से कम होगी गढ़वाल-कुमाऊं की दूरी, काशीपुर-धामपुर रेल लाइन का सर्वे पूरा।
दिनांक- 11 मार्च 2020 (हि.डिस्कवर)
गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों को रेल मार्ग से नजदीक लाने वाली अनिल बलूनी की मुहीम रंग ला रही है। बलूनी लंबे समय से रेल मार्ग के जरिए दोनों मंडलों को और नजदीक लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। राज्य को नैनी-दून जनशताब्दी एक्सप्रेस की सौगात देने वाले बलूनी का एक और प्रयास पूरा होने जा रहा है। रेल मंत्रालय ने काशीपुर-धामपुर के मध्य नई रेल लाइन के सर्वे का काम पूरा कर लिया है।

नई दिल्ली में भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने बताया कि उन्होंने बीते साल अगस्त माह में रेलमंत्री पियूष गोयल से मिलकर काशीपुर-धामपुर के मध्य नई रेल लाइन बिछाने की माँग की थी। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री ने उनकी मांग को मानते हुए उक्त लाइन के सर्वे के काम को फौरन चालू करने केनिर्देश दिए थे जिसे अब पूर्ण कर लिया है।
बलूनी ने कहा कि इस नई रेल लाइन के बनने से देहरादून से काठगोदाम के बीच रेल से दूरी 50 किमी कम हो जाएगी। बलूनी ने कहा कि यही नहीं इस लाइन के बन जाने से राजधानी देहरादून से कुमाऊं के द्वार हल्द्वानी के बीच रेल यात्रा का समय भी लगभग डेढ से 2 घंटे कम हो सकता है। वर्तमान में देहरादून कठगोदाम रेलमार्ग मुरादाबाद, रामपुर ओर बिलासपुर होकर जाता है। ट्रैफिक के कारण ट्रेन को उक्त मार्ग में घंटो इंतज़ार करना पड़ता है। बलूनी ने बताया कि इस रेल लाइन के लिए 1250 करोड़ रुपयों का खर्चा आएगा।
गौरतलब है कि बलूनी पिछले दिनों ही लंबी बीमारी से लड़कर वापस सक्रिय राजनीति में लौटे हैं। इस दौरान मीडिया से बातचीत में बूलूनी ने कहा था कि वे पहले की भांति ही उत्तराखंड के विकास कार्यों के लिए कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कई और ऐसे विषय और विकास योजनाएं हैं जिनकी जानकारी वे अनुकूल समय में सार्वजनिक करेंगे।
वहीं दूसरी ओर चारधाम रेलवे परियोजना का काम भी गतिमान है। ज्ञात होकि चारधाम रेलवे प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसकी लंबाई लगभग 327 किमी चार लेन है। यह रेलवे लाइन डोईवाला-गंगोत्री व ऋषिकेश बद्रीनाथ को बिछाई जाएगी जिस पर वर्तमान में युद्धस्तर पर काम चल रहा है। इस रेल मार्ग पर 21 रेलवे स्टेशन 59पुल, 61 सुरंगे पड़ेंगी जबकि सबसे पहले तैयार की जाने वाली ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन जिसकी लंबाई लगभग 105 किमी है, पर 12 स्टेशन, 17 सुरंग, 12 स्केप सुरंग व 16 पुल बनेंगे। इस रेलवे लाइन पर वर्तमान में कार्य चल रहा है।